Daily Current affairs 10 Oct 2022 UPSC 2023 , Short Notes
10 oct 2022
बुर्किना फासो में
तख्तापलट – हाल ही में बुर्किना फासो के राष्ट्रपति पॉल-हेनरी दामिबा (Paul-Henri
Damiba) ने लगभग आठ महीनों में दूसरे तख्तापलट में
सैनिकों के एक समूह द्वारा सैन्य सरकार को उखाड़ फेंकने के
बाद अस्थिर पश्चिम अफ्रीकी राष्ट्र में हिंसा के पश्चात अपने इस्तीफे की घोषणा की।
ई-रुपया
परिभाषा: RBI, CBDC को केंद्रीय बैंक द्वारा जारी किये गए मुद्रा के
डिजिटल संस्करण के रूप में परिभाषित करता है। देश की मौद्रिक नीति के अनुसार यह केंद्रीय
बैंक (इस मामले में,
आरबीआई) द्वारा जारी एक
संप्रभु या पूरी तरह से स्वतंत्र मुद्रा है।
लीगल टेंडर: एक बार आधिकारिक रूप से जारी होने के बाद CBDC को तीनों पक्षों - नागरिक, सरकारी निकायों और उद्यमों द्वारा भुगतान का
माध्यम एवं लीगल टेंडर माना जाएगा। सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त होने के कारण इसे किसी भी वाणिज्यिक बैंक की
मुद्रा या नोटों में स्वतंत्र रूप से परिवर्तित किया जा सकता है।
RBI ई-रुपए पर ब्याज के पक्ष में नहीं है क्योंकि लोग बैंकों से पैसे निकालकर इसे
डिजिटल रुपए में बदल सकते हैं, जिससे बैंक विफल हो सकते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी से भिन्नता: क्रिप्टोकरेंसी
(डिस्ट्रिब्यूटेड लेज़र) की अंतर्निहित तकनीक डिजिटल रुपया प्रणाली के कुछ आयामों को कम कर सकती है, लेकिन आरबीआई ने अभी तक इस पर फैसला नहीं किया
है। हालाँकि बिटकॉइन या एथेरियम जैसी क्रिप्टोकरेंसी प्रकृति
में 'निजी' हैं। दूसरी ओर, डिजिटल रुपए को आरबीआई द्वारा जारी और
नियंत्रित किया जाएगा।