Daily Current affairs 13 Aug 2022 UPSC 2023 , Short Notes
13th Aug 2022
1. बटरफ्लाई माइन
– ब्रिटेन
के रक्षा मंत्रालय ने यूक्रेन में चल रहे युद्ध के
अपने इंटेलिजेंस असेसमेंट में डोनेट्स्क और क्रामाटोर्स्क में रूसी सेना द्वारा PFM-1 शृंखला 'बटरफ्लाई माइन' के
संभावित उपयोग को लेकर चिंता व्यक्त की है।
परिचय: यह
अत्यंत संवेदनशील एंटी-पर्सनल
बारूदी सुरंग है। 5
किलो का एक प्रयुक्त पेलोड, खदान
में विस्फोट करने के लिये पर्याप्त है।
उपयोग: इन्हें हेलीकॉप्टरों
से या तोपखाने और मोर्टार के गोले का उपयोग करके
बैलिस्टिक प्रसार की भाँति गिराया जा सकता है।
ये बिना विस्फोट किये धरातल पर
गिरते हैं और धरातल के संपर्क में आने से विस्फोट करते हैं।
इन माइंस का पता लगाना मुश्किल होता है क्योंकि ये प्लास्टिक से बनी होती हैं और
इन्हें मेटल डिटेक्टर से नहीं ढूंँढा जा सकता है।
एंटी-पर्सनल
माइंस पर कन्वेंशन: लैंड
माइंस पर अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन द्वारा एंटी-पर्सनल माइंस पर प्रतिबंध लगा दिया
गया है लेकिन रूस और यूक्रेन इसके हस्ताक्षरकर्त्ता नहीं हैं।
2. लैंग्या वायरस
परिचय: लैंग्या वायरस एक जूनोटिक वायरस है जिसका मतलब है कि यह जानवरों से इंसानों
में फैल सकता है। लैंग्या जीनस हेनिपावायरस का हिस्सा है, जिसमें एक सिंगल स्ट्रैंडेड RNA जीनोम एक नकारात्मक अभिविन्यास के साथ है।
3. युवाओं हेतु वैश्विक रोज़गार रुझान: ILO
अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक संगठन
परिचय: यह संयुक्त राष्ट्र की एकमात्र त्रिपक्षीय संस्था है। यह श्रम
मानक निर्धारित करने,
नीतियाँ को विकसित करने
एवं सभी महिलाओं तथा पुरुषों के लिये सभ्य कार्य को
बढ़ावा देने वाले कार्यक्रम तैयार करने हेतु 187 सदस्य देशों की सरकारों, नियोक्ताओं और श्रमिकों को एक साथ लाता है।
वर्ष 1969 में अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन को नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान किया गया।
स्थापना: – वर्ष 1919 में वर्साय की संधि द्वारा राष्ट्र संघ की एक संबद्ध एजेंसी के
रूप में इसकी स्थापना हुई।
वर्ष 1946 में यह संयुक्त राष्ट्र से संबद्ध पहली विशिष्ट एजेंसी बन गया।
§ मुख्यालय: जेनेवा, स्विट्ज़रलैंड
§ रिपोर्ट:
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वर्ल्ड ऑफ वर्क रिपोर्ट
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विश्व रोज़गार और सामाजिक आउटलुक रुझान 2022
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विश्व सामाजिक सुरक्षा रिपोर्ट
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सामाजिक संवाद रिपोर्ट
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वैश्विक मज़दूरी रिपोर्ट
4. राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा जागरूकता मिशन (NIPAM):
परिचय: – इस मिशन का उद्देश्य 10
लाख छात्रों को बौद्धिक संपदा और उसके अधिकारों के
बारे में जागरूकता प्रदान
करना है।
इसका उद्देश्य उच्च शिक्षा (कक्षा
8 से
12) के
छात्रों में रचनात्मकता
और नवाचार की भावना का विकास करना तथा कॉलेज/विश्वविद्यालयों के छात्रों को उनके
नवाचार की रक्षा
करने के लिये प्रेरित करना है।
क्रियान्वयन एजेंसी: – यह कार्यक्रम बौद्धिक
संपदा कार्यालय, पेटेंट, डिज़ाइन और व्यापार चिह्न
महानियंत्रक कार्यालय (CGPDTM), वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय
द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है।
5. बौद्धिक संपदा अधिकार (IPR):
IPR व्यक्तियों को उनके बौद्धिक रचना पर दिये गए अधिकार हैं: इसमें
आविष्कार, साहित्यिक, कलात्मक कार्य और वाणिज्य में उपयोग किये जाने वाले
प्रतीक, नाम
तथा चित्र शामिल होते हैं।
ये आमतौर पर निर्माता को एक निश्चित अवधि के लिये उसकी
रचना के उपयोग पर
एक विशेष अधिकार प्रदान करते हैं।
§ बौद्धिक
संपदा अधिकारों के प्रकार:
o
कॉपीराइट: साहित्यिक और कलात्मक कार्यों (जैसे किताबें और अन्य
लेखन, संगीत
रचनाएँ, पेंटिंग, मूर्तिकला, कंप्यूटर
प्रोग्राम और फिल्में) के लेखकों के अधिकारों को लेखक की मृत्यु के बाद कम-से-कम 50 साल की अवधि के लिये कॉपीराइट द्वारा संरक्षित किया
जाता है।
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औद्योगिक संपदा:
·
विशिष्ट चिह्नों का संरक्षण, विशेष रूप से ट्रेडमार्क और
भौगोलिक संकेतों में:
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ट्रेडमार्क
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भौगोलिक संकेत (GI)
औद्योगिक डिज़ाइन और व्यापार
रहस्य: (Trade
Secret) – अन्य
प्रकार की औद्योगिक संपत्ति को मुख्य रूप से नवाचार,
डिज़ाइन और प्रौद्योगिकी के निर्माण को प्रोत्साहित
करने के लिये संरक्षित किया जाता है।
§ IPR की आवश्यकता:
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नवाचार को प्रोत्साहित करना:
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आर्थिक वृद्धि:
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रचनाकारों के अधिकारों की सुरक्षा:
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ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस:
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प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण: