Daily Current affairs 24 & 25 Aug 2022 UPSC 2023 , Short Notes
24 Aug 2022
1. आपूर्ति शृंखला मंत्रिस्तरीय मंच:
– जुलाई 2022
को, संयुक्त
राज्य अमेरिका ने
निकट अवधि की आपूर्ति शृंखला व्यवधानों को कम करने के उद्देश्य से आपूर्ति शृंखला मंत्रिस्तरीय मंच की मेजबानी की और भविष्य के
व्यवधानों से बचने के लिये आपूर्ति शृंखला में लचीलापन लाने के लिये सहयोग की अपील
की।
भारत की संबंधित पहल
सप्लाई चैन रेज़ीलिएंस इनीशिएटिव (SCRI): भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के बीच सप्लाई चैन रेज़ीलिएंस इनीशिएटिव (SCRI) वर्ष
2021 में
शुरू की गई।
इस पहल का लक्ष्य इंडो-पैसिफिक
क्षेत्र में स्थायी, संतुलित
और समावेशी विकास को प्राप्त करने के लिये आपूर्ति शृंखला को बेहतर तथा अधिक लचीला
बनाना है।
2. यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन
इसका
गठन वर्ष 1874 में
किया गया था और इसका मुख्यालय स्विज़टरलैंड के बर्न में स्थित है।
यह
संयुक्त राष्ट्र (UN) की
एक विशेष एजेंसी है जो विश्वव्यापी डाक प्रणाली के अलावा सदस्य देशों के बीच डाक
नीतियों का समन्वय करती है।
यह दुनिया भर में दूसरा सबसे पुराना
अंतर्राष्ट्रीय संगठन है।
इसकी
चार इकाइयाँ निम्नलिखित हैं-
o
काॅन्ग्रेस।
o
प्रशासन परिषद।
o
अंतर्राष्ट्रीय ब्यूरो।
o
डाक संचालन परिषद।
यह
टेलीमैटिक्स और एक्सप्रेस मेल सर्विस (EMS)
सहकारी समितियों की भी देखरेख करता है।
संयुक्त
राष्ट्र संघ का कोई भी सदस्य देश UPU
का सदस्य बन सकता है।
संयुक्त
राष्ट्र का कोई भी गैर-सदस्य देश UPU
का सदस्य बन सकता है बशर्ते कि उसका अनुरोध UPU के कम से कम दो-तिहाई सदस्य देशों द्वारा अनुमोदित
हो।
3. भारत की पहली वाणिज्यिक SSA वेधशाला
– भारत की पहली वाणिज्यिक अंतरिक्ष स्थितिपरक जागरूकता (SSA) वेधशाला
उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में स्थापित की जाएगी।
वेधशाला की स्थापना बेंगलुरु स्थित अंतरिक्ष क्षेत्र के दिगंतारा द्वारा की जाएगी, जो बंगलूरू में SSA नियंत्रण केंद्र द्वारा समन्वित किया जाएगा।
SSA के संबंध में भारत में वर्तमान परिदृश्य:
अंतरिक्ष स्थितिपरक जागरूकता (SSA):
SSA का अर्थ पृथ्वी की कक्षा में
मौजूद पिंडों की निगरानी करना और अनुमान लगाना कि वे किसी भी नियत समय पर कहाँ
होंगे।
इसमें प्राकृतिक (उल्का) और मानव निर्मित (उपग्रह) एवं अंतरिक्ष मौसम पर नज़र रखने
वाली सभी ऑब्जेक्ट्स की गति की निगरानी करना शामिल है।
4. नोवा:
– नोवा
एक खगोलीय
घटना है जिसमें तारकीय (तारों से संबंधित) सतह पर अस्थायी रूप से एक भीषण विस्फोट होता है, जिससे उनकी चमक लाखों गुना बढ़
जाती है, फिर
हफ्तों या महीनों में धीरे-धीरे कालापन बढ़ता जाता है।
यह एक बाइनरी प्रणाली में होता है
जिसमें एक श्वेत
वामन और
एक मुख्य अनुक्रम तारा होता है।
5. उत्संस्करण
उत्संस्करण का क्या अर्थ
उत्संस्करण की अवधारणा वर्ष 1880 में अमेरिकी भू-विज्ञानी जॉन
वेस्ले पॉवेल द्वारा अमेरिकी ब्यूरो ऑफ एथ्नोलॉजी की एक रिपोर्ट में गढ़ी गई थी।
उन्होंने इसे परि-सांस्कृतिक
अनुकरण के कारण लोगों में प्रेरित
मनोवैज्ञानिक परिवर्तनों के रूप में परिभाषित किया, जिसके परिणामस्वरूप विभिन्न
संस्कृतियों के साथ अंतः क्रिया हुई।
वर्तमान समय में उत्संस्करण को उस
प्रक्रिया के रूप में परिभाषित किया जाता है जिसमें एक संस्कृति का व्यक्ति या
समूह दूसरी संस्कृति के संपर्क में आता है और अपनी विशिष्ट पहचान बनाए रखते हुए
दूसरे के मूल्यों एवं प्रथाओं को अपनाता है।
एक उपयुक्त उदाहरण श्वेत अमेरिकी
समाज के भीतर अश्वेत अमेरिकियों का एकीकरण है।
25Aug 2022
6. भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान:
– भितरकनिका राष्ट्रीय
उद्यान ओडिसा में 672 वर्ग किलोमीटर के
विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है। यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा मैंग्रोव पारिस्थितिकी तंत्र है। यह लुप्तप्राय खारे पानी के मगरमच्छों का प्रजनन स्थल है। गहिरमाथा समुद्र तट जो पूर्व में अभयारण्य की सीमा
बनाता है, ओलिव रिडले समुद्री कछुओं की सबसे बड़ी कॉलोनी है।
7. मगरमच्छ संरक्षण परियोजना:
– भितरकनिका में मगरमच्छ संरक्षण परियोजना की शुरुआत वर्ष 1975 में हुई थी।ओडिशा भारतीय मगरमच्छोंकी तीनों प्रजातियों के आवास के लिये प्रसिद्ध है
8. व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता (CEPA)
– यह
एक प्रकार का मुक्त व्यापार समझौता है जिसमें सेवाओं एवं निवेश के संबंध में
व्यापार और आर्थिक साझेदारी के अन्य क्षेत्रों पर बातचीत करना शामिल है।
यह
व्यापार सुविधा और सीमा शुल्क सहयोग, प्रतिस्पर्द्धा
तथा बौद्धिक संपदा अधिकारों जैसे क्षेत्रों पर बातचीत किये जाने पर भी विचार कर
सकता है।
साझेदारी या सहयोग समझौते मुक्त
व्यापार समझौतों की तुलना में अधिक व्यापक हैं।
9. मुक्त व्यापार समझौता (FTA):
– यह
एक ऐसा समझौता है जिसे दो या दो से अधिक देशों द्वारा भागीदार देश को वरीय व्यापार
समझौतों, टैरिफ
रियायत या सीमा शुल्क में छूट आदि प्रदान करने के उद्देश्य से किया जाता है।
10 अधिमान्य या वरीय व्यापार समझौता (PTA):
– इस प्रकार के समझौते में दो या दो से अधिक भागीदार
कुछ उत्पादों के संबंध में प्रवेश का अधिमान्य या वरीय अधिकार देते हैं। यह टैरिफ
लाइन्स की एक सहमत संख्या पर शुल्क को कम करके किया जाता है।
यहाँ तक कि PTA में भी कुछ उत्पादों के लिये शुल्क को घटाकर शून्य
किया जा सकता है। भारत ने अफगानिस्तान के साथ एक PTA
पर हस्ताक्षर किये हैं।
11. व्यापक आर्थिक सहयोग समझौता (CECA):
व्यापक
आर्थिक सहयोग समझौता (CECA ) आमतौर
पर केवल व्यापार शुल्क और टैरिफ-रेट कोटा (TRQ)
दरों को बातचीत के माध्यम से तय करता है। यह CECA जितना व्यापक नहीं है। भारत ने
मलेशिया के साथ CECA पर
हस्ताक्षर किये हैं।
12.द्विपक्षीय निवेश संधियाँ (BIT):
यह
एक द्विपक्षीय समझौता है जिसमें दो देश एक संयुक्त बैठक करते हैं तथा दोनों देशों
के नागरिकों और फर्मों/कंपनियों द्वारा निजी निवेश के लिये नियमों एवं शर्तों को
तय किया जाता है।
13.व्यापार और निवेश फ्रेमवर्क समझौता (TIFA):
– यह दो या दो से अधिक देशों के बीच एक व्यापार समझौता
है जो व्यापार के विस्तार और देशों के बीच मौजूदा विवादों को हल करने के लिये एक
रूपरेखा तय करता है।