Daily Current affairs 23 Aug 2022 UPSC 2023 , Short Notes
23 Aug 2022
1. जल जीवन मिशन
2. टोमैटो फ्लू
– हाल ही में केरल के कुछ हिस्सों में
पाँच वर्ष से कम उम्र के बच्चों में टोमैटो फ्लू से संक्रमित होने की घटना दर्ज की गई है।
इस संक्रमण को 'टोमैटो फ्लू' नाम दिया गया है क्योंकि रोगी के
शरीर पर लाल फफोले आ जाते हैं जो धीरे-धीरे बढ़कर एक सामान्य टमाटर के आकार के हो
जाते हैं तथा इससे ग्रसित व्यक्ति को
अत्याधिक पीड़ा होती है।
'टोमैटो
फ्लू' कॉक्ससैकीवायरस
A16 के कारण होता है।
यह एंटरोवायरस फैमिली से संबंधित है।
एंटरोवायरस आरएनए वायरस का एक पुराना और महत्त्वपूर्ण
समूह है।
एंटरोवायरस (NPEVs) के लिये केवल मनुष्य ही मेजबान/होस्ट होता है।यह फ्लू स्वयं को सीमित करने वाला है और इसके लिये कोई विशिष्ट दवा
नहीं है।
3. विदेशों में निवेश
करने हेतु नए मानदंड
हाल ही में वित्त मंत्रालय ने नए मानदंडों का निर्धारण किया
है जिसके अंतर्गत घरेलू निगमों के लिये विदेशों में निवेश करना आसान हो गया, जबकि ऋण न चुकाने एवं जाँच
एजेंसियों का सामना
करने वालों के लिये विदेशी
संस्थाओं में निवेश करना कठिन हो गया।
RBI
द्वारा प्रशासित:
विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम के तहत अधिसूचित विदेशी निवेश
नियम और विनियम, भारतीय
रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा प्रशासित होंगे तथा विदेशी
निवेश के साथ-साथ भारत के बाहर अचल संपत्ति के अधिग्रहण एवं हस्तांतरण से संबंधित सभी
मौजूदा मानदंडों को शामिल करेंगे।
नो गो सेक्टर:
किसी भी व्यक्ति के लिये नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) अनिवार्य
होगा, जिसका
बैंक खाता गैर-निष्पादित
संपत्ति के
रूप में वर्गीकृत है या किसी बैंक द्वारा विलफुल डिफॉल्टर घोषित किया गया है या वित्तीय सेवा नियामक, प्रवर्तन निदेशालय (ED) या केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) द्वारा जाँच की जा रही है।
इसके अलावा, किसी भी भारतीय निवासी को उन विदेशी संस्थाओं में
निवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी जो केंद्रीय बैंक की विशिष्ट स्वीकृति के बिना
अचल संपत्ति व्यवसाय, किसी
भी रूप में जुआ और भारतीय रुपए से जुड़े वित्तीय उत्पादों से संबंधित हैं।
60 दिन
की समय सीमा: हालाँकि यदि ऋणदाता या संबंधित
नियामक संस्था या जाँच एजेंसी आवेदन प्राप्त करने के 60 दिनों के भीतर NOC
प्रस्तुत करने में विफल रहती है, तो यह माना जा सकता है कि उन्हें प्रस्तावित लेनदेन
पर कोई आपत्ति नहीं है।
4. ग्रामीण उद्यमी परियोजना:
– यह एक अनूठी बहु-कौशल परियोजना है, जो NSDC
द्वारा वित्त पोषित है, जिसका उद्देश्य मध्य प्रदेश और झारखंड में 450 आदिवासी छात्रों को प्रशिक्षित करना है।
यह परियोजना छह राज्यों-
महाराष्ट्र, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य
प्रदेश, झारखंड
और गुजरात में लागू की जा रही है।
उद्देश्य:
1.
ग्रामीण/स्थानीय अर्थव्यवस्था में
वृद्धि
2.
रोज़गार के अवसर बढ़ाना
3.
स्थानीय अवसरों की कमी के कारण
प्रवास के दबाव को कम करना
4.
प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण
5. विज्ञान के क्षेत्र में महिलाओं के लिये सरकार द्वारा की गई
पहल:
संस्थानों में बदलाव हेतु लैंगिक
उन्नति (GATI)/ गति: विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) द्वारा
संस्थानों में बदलाव हेतु लैंगिक उन्नति (GATI)
के लिये लैंगिक उन्नत्ति कार्यक्रम लॉन्च किया गया
था। यह विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (STEM) में
लैंगिक समानता का आकलन करने के लिये एक व्यापक चार्टर और एक रूपरेखा विकसित करेगा।
विज्ञान
ज्योति योजना: – DST
द्वारा शुरू की गई है। इसका उद्देश्य हाई स्कूल में मेधावी लड़कियों के लिये विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (STEM) को
उनकी उच्च शिक्षा में आगे बढ़ाने के लिये एक
समान अवसर प्रदान करना है।
विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, गणित और चिकित्सा (STEMM) कार्यक्रम में महिलाओं के लिये
भारत-अमेरिका फैलोशिप: महिला
वैज्ञानिक अमेरिका में रिसर्च लैब में काम कर सकती हैं।
महिला विश्वविद्यालयों में नवाचार
और उत्कृष्टता के लिये विश्वविद्यालय अनुसंधान का समेकन (CURIE) कार्यक्रम: – महिला विश्वविद्यालयों में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
में उत्कृष्टता पैदा करने के लिये अनुसंधान
एवं विकास अवसंरचना में
सुधार करना और अत्याधुनिक अनुसंधान सुविधाओं की स्थापना करना।
6. पांडुरंग खानखोजे:
क्रांतिकारी संबंध:
पांडुरंग खानखोजे जल्द ही
क्रांतिकारियों के संपर्क में आ गए।
हिंदू सुधारक स्वामी दयानंद और उनका आर्य समाज आंदोलन, जिसमें सुधार और सामाजिक परिवर्तन की भावना का
आह्वान किया गया, में
खानखोजे एक युवा छात्र समूह के नायक बन गए।
खानखोजे फ्राँसीसी क्रांति और अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम के
प्रबल प्रशंसक थे।
पांडुरंग खानखोजे वर्ष 1913 में विदेशों में रहने वाले
भारतीयों द्वारा स्थापित गदर
पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक थे, सामान्यतः गदर
पार्टी के सदस्य पंजाब
से संबंधित थे।
इसका उद्देश्य भारत में अंग्रेजों के खिलाफ क्रांतिकारी
लड़ाई का नेतृत्त्व करना
था।