Daily Current affairs 21 sept 2022 UPSC 2023 , Short Notes
21 Sep 2022
पूसा बायो-डीकंपोज़र
यह
अनिवार्य रूप से एक कवक-आधारित
तरल घोल है
जो कठोर ठूंठ को इस हद तक नरम कर सकता है कि इसे खाद के रूप में कार्य करने के
लिये आसानी से खेत में मिट्टी के साथ मिलाया जा सकता है।
यह
कवक 30-32 डिग्री
सेल्सियस पर पनपता है, जो
कि धान की कटाई और गेहूँ की बुवाई के लिये प्रचलित तापमान है।
यह धान के भूसे में सेल्यूलोज, लिग्निन और पेक्टिन को पचाने योग्य एंज़ाइम का उत्पादन करता है।
यह भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) द्वारा विकसित किया गया है और दिल्ली के पूसा स्थित ICAR परिसर के नाम पर रखा गया है।
यह फसल अवशेष, पशु अपशिष्ट, गोबर और अन्य कचरे को तेज़ी से
जैविक खाद में परिवर्तित करता
है।
एशिया-पैसिफिक इंस्टीट्यूट ऑफ ब्रॉडकास्टिंग डेवलपमेंट (AIBD):
परिचय: – एशिया-पैसिफिक इंस्टीट्यूट फॉर
ब्रॉडकास्टिंग डेवलपमेंट (AIBD) की
स्थापना वर्ष 1977 में (यूनेस्को/UNESCO) के
तत्त्वावधान में हुई थी।
यह इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के विकास
के क्षेत्र में एशिया
और प्रशांत के लिये संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक आयोग (UN-ESCAP) के देशों की सेवा करने वाला
अद्वितीय क्षेत्रीय अंतर-सरकारी संगठन है।
इसका सचिवालय कुआलालंपुर में स्थित है और इसकी मेज़बानी
मलेशिया सरकार करती है।
संस्थापक सदस्य: – अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (ITU), संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम
(UNDP) और
संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक
सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) तथा एशिया-प्रशांत प्रसारण संघ (ABU) संस्थान के संस्थापक संगठन हैं और वे आम सम्मेलन के गैर-मतदाता
सदस्य है।
सदस्य: – भारत सहित एशिया प्रशांत क्षेत्र
के 26 देशों
के प्रसारणकर्त्ता संगठन
के पूर्ण सदस्य हैं।