Daily Current affairs 6 Oct 2022 UPSC 2023 , Short Notes
6 Oct 2022
हल्का
लड़ाकू हेलीकॉप्टर (LCH): प्रचंड
LCH दुनिया
का एकमात्र
लड़ाकू हेलीकॉप्टर है
जो 5,000 मीटर
की ऊँचाई पर हथियारों और ईंधन के काफी भार के साथ उतरने एवं उड़ान भरने में सक्षम
है।
यह हेलीकॉप्टर रडार संकेतकों
(सिग्नेचर) से बचाव के लिये रडार-अवशोषित तकनीकी का उपयोग करता है जिसमें क्रैश-प्रूफ संरचना एवं लैंडिंग
गियर है।
संयुक्त
अरब अमीरात के नए वीज़ा नियम
वीज़ा की तीन श्रेणियाँ: एंट्री वीज़ा, ग्रीन वीज़ा और गोल्डन वीज़ा।
पहली बार, संयुक्त अरब अमीरात ने एंट्री वीज़ा प्रस्तुत किया है
जिसमें आगंतुकों
को मेज़बान या प्रायोजक की आवश्यकता नहीं होती है। एंट्री वीज़ा या पर्यटक वीज़ा अब एक
या अधिक बार देश में आने के लिये उपलब्ध होगा जो पूर्व की 30 दिनों की अवधि के बजाय अब 60 दिनों के लिये वैध होगा।
ग्रीन वीज़ा एक प्रकार का नवीकरणीय-निवास वीज़ा
है जो विदेशियों को संयुक्त अरब अमीरात में निवास करने या रोज़गार के बिना, पाँच वर्ष के लिये अहर्ता प्रदान करता है। यह पिछले
निवास वीज़ा की जगह प्रयुक्त हुआ है जो केवल दो वर्ष के लिये वैध था।
गोल्डन वीज़ा धारकों को 10 वर्ष तक के लिये दीर्घकालिक
नवीकरणीय निवास वीज़ा प्रदान
करता है। गोल्डन वीज़ा के लिये पात्र लोगों में निवेशक, उद्यमी, असाधारण
प्रतिभा वाले व्यक्ति जैसे शोधकर्त्ता, चिकित्सा
पेशेवर और वैज्ञानिक एवं ज्ञान के क्षेत्र के लोग तथा उत्कृष्ट छात्र और स्नातक
शामिल हैं।
रसायन
विज्ञान में नोबेल पुरस्कार 2022
कैरोलिन आर. बर्टोजी, के. बैरी शार्पलेस और मोर्टन
मेल्डल को 'क्लिक केमिस्ट्री एवं
बायोऑथोर्गोनल केमिस्ट्री के
विकास के लिये' रसायन
विज्ञान में 2022 का नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
§ शार्पलेस (दूसरी बार जीते) ने 'क्लिक केमिस्ट्री' शब्द पर बड़े पैमाने पर काम किया।
§ मेल्डल, ने
स्वतंत्र रूप से 'ट्रायज़ोल' नामक
एक विशेष रासायनिक संरचना के बारे में खोज की जिसके कई महत्त्वपूर्ण अनुप्रयोग
हैं।
§ बर्टोज़ी ने क्लिक
प्रतिक्रियाओं को
विकसित करने का काम किया जो जीवित जीवों के अंदर काम कर सकते थे, इसे 'बायोऑर्थोगोनल' प्रतिक्रियाएँ (एक शब्द जिसे उन्होंने गढ़ा था) कहा
जाता है।
मेडिसिन/फिजियोलॉजी
में नोबेल पुरस्कार 2022 – हाल ही में विलुप्त होमिनिन और मानव
विकास के जीनोम के क्षेत्र में शोध के लिये स्वीडिश आनुवंशिकीविद् स्वंते पाबो को
फिजियोलॉजी या मेडिसिन के लिये वर्ष 2022
का नोबेल
पुरस्कार प्रदान किया गया है।
भौतिकी
में नोबेल पुरस्कार 2022
वर्ष 2022 का भौतिकी का नोबेल पुरस्कार रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज़ द्वारा जॉन एफ क्लॉजर, एलेन एस्पेक्ट और एंटोन ज़िलिंगर को क्वांटम यांत्रिकी में इनके कार्य के लिये प्रदान किया गया।
यांत्रिकी, भौतिकी की वह शाखा है जो विभिन्न निकायों की गति और परस्पर
क्रिया से संबंधित है। यांत्रिकी के दो भाग हैं - क्लासिकल और क्वांटम।
क्लासिकल या न्यूटोनियन यांत्रिकी, मैक्रोस्कोपिक
वस्तुओं की
गति और उन्हें प्रभावित करने वाले बलों का गणितीय अध्ययन है।
क्वांटम यांत्रिकी, भौतिकी
का एक उपक्षेत्र है जिसके अंतर्गत कणों
- परमाणु, इलेक्ट्रॉन, फोटॉन के व्यवहार और आणविक
एवं उप आणविक क्षेत्र में लगभग हर आयाम का
वर्णन किया जाता है।
क्वांटम सिस्टम के व्यवहार में एक
महत्त्वपूर्ण अंतर (क्लासिकल रिजिड निकायों की तुलना में) एंटैंगलमेंट की अवधारणा है।
क्वांटम एंटैंगलमेंट एक ऐसी घटना है जिसके अंतर्गत
उप-परमाणु कणों की एक जोड़ी को साझा
अवस्था में रखा जाता है (जहाँ इनके पूरक गुण होते हैं), ऐसे
में कोई भी एक कण के गुणों को जानकर स्वतः ही दूसरे कण के गुणों को जाना जा सकता
है ।